राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर शाम 6 बजे मतदान की प्रक्रिया सम्पन्न हो गया है. शाम 5 बजे तक 57.70 % वोटिंग हुई. सबसे ज्यादा वोटिंग उत्तर-पूर्वी दिल्ली की मुस्तफाबाद सीट पर हुई. इस बार चुनाव आयोग ने राजधानी में 13766 मतदान केंद्र बनाए. दिल्ली पुलिस के कड़े इंतजाम के चलते छुटपुट घटनाओं के अलावा कहीं बड़ी घटना देखने को नहीं मिली. दिल्ली के वोटर सुबह से ही कतारों में लगकर लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लेने के लिए लगे हुए थे. मतदान समाप्त होते ही ईवीएम और वीवीपैट को सील कर दिया गया.
#WATCH | EVM and VVPAT being sealed as polling concludes in Delhi Assembly elections; Visuals from polling station-68, Raghubir Singh Junior Modern School, Humayun Road pic.twitter.com/Du8NYFq5V7
— ANI (@ANI) February 5, 2025
बता दें राजधानी दिल्ली में इस बार कुल 699 उम्मीदवार चुनावी मदान में है. दिल्ली के 1.56 करोड़ मतदाताओं इन प्रत्याशी की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद कर दिया है. अब 8 फरवरी को पता चलेगा कि दिल्ली की ताज किसके सिर सजता है.
प्रधानमंत्री मोदी का आग्रह-पहले मतदान, फिर जलपान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर लिखा है, ”दिल्ली विधानसभा चुनाव में आज सभी सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. यहां के मतदाताओं से मेरा आग्रह है कि वे लोकतंत्र के इस उत्सव में पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लें और अपना कीमती वोट जरूर डालें. इस अवसर पर पहली बार वोट देने जा रहे सभी युवा साथियों को मेरी विशेष शुभकामनाएं. याद रखना है- पहले मतदान, फिर जलपान!”
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आज सभी सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। यहां के मतदाताओं से मेरा आग्रह है कि वे लोकतंत्र के इस उत्सव में पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लें और अपना कीमती वोट जरूर डालें। इस अवसर पर पहली बार वोट देने जा रहे सभी युवा साथियों को मेरी विशेष शुभकामनाएं। याद रखना है-…
— Narendra Modi (@narendramodi) February 5, 2025
दिल्ली में मतदाताओं की कुल संख्या एक करोड़ 56 लाख 14 हजार है. इनमें से 83 लाख 76 हजार 173 पुरुष और 72 लाख 36 हजार 560 महिला मतदाता है. इसके अतिरिक्त 1,267 ट्रांस्जेंडर मतदाता और 12,736 सेवा मतदाता हैं. 79,885 दिव्यांग मतदाता हैं. वहीं पहली बार मतदान करने वाले युवा मतदाताओं की संख्या 2,39,905 है.
तीन राष्ट्रीय पार्टियों के बीच मुकाबला
दिल्ली का यह चुनाव इस बार काफी रोचक हो गया है. तीन राष्ट्रीय पार्टियों (बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस) के बीच मुकाबला है. वैसे तो इस बार आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच में कड़ा मुकाबला दिख रहा है. इसी बीच कांग्रेस पार्टी भी अपना खोया जनाधार वापस पाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है.
बता दें दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इस चुनाव में भाजपा ने 68 सीटों पर उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, जबकि दो सीटें उसने अपने गठबंधन के दलों के लिए छोड़ी है. देवली सीट एलजेपी रामविलास तो बुराड़ी सीट जेडीयू को दी गई है.
कालकाजी सीट पर कड़ा मुकाबला
कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री आतिशी लगातालांर दूसरी बार चुनाव लड़ रही हैं. उन्हें भाजपा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा से कड़ी टक्कर मिल रही है. वहीं इस सीट से पहली बार चुनाव लड़ रहे रमेश बिधूड़ी ने जीत के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पूरी ताकत झोंक दी है. यह मुकाबला इतना रोचक हो चुका है कि रमेश और आतिशी एक दूसरे पर कई बार आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए चुनाव आयोग को चिट्ठी भी लिख चुके हैं.
नई दिल्ली सीट बनी हॉट सीट
इसके अलावा दूसरी सबसे बड़ी टक्कर नई दिल्ली लोकसभा सीट है. यहां आम आम पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल, भाजपा से प्रवेश वर्मा और कांग्रेस से संदीप दीक्षित चुनाव लड़ रहे है. केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से चौथी बार चुनावी मैदान में उतरे हैं. केजरीवाल के सामने भाजपा से प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं.
कांग्रेस के लिए ‘करो या मरो’ वाली स्थिति
पिछले दो चुनावों में जीरो प्रदर्शन के बाद कांग्रेस अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है. उसके नेता और उम्मीदवार अपने खोए हुए मतदाताओं, खासकर अल्पसंख्यकों और दलितों को वापस लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. पार्टी लगभग दो दर्जन सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रही है और इन क्षेत्रों में समर्थन वापस पाने के लिए अपने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय नेताओं के जरिए प्रचार कर रही है.
पिछले विधानसभा चुनाव का हाल
दिल्ली में पिछली बार साल 2020 में विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बाजी मारी थी. आप ने 70 में से 62 सीटें जीती थी और 8 सीटों पर बीजेपी जीतने में सफल हुई थी. कांग्रेस अपना खाता तक नहीं खोल पाई थी.
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