प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY), अप्रैल 2015 में भारत सरकार ने शुरू की थी. योजना के तहत, गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि क्षेत्र में आय पैदा करने वाली गतिविधियों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जिसमें विनिर्माण, व्यापार और सेवा क्षेत्र शामिल हैं. इस योजना ने पिछले 10 वर्षों में देश में उद्यमिता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
अप्रैल 2015 में अपनी शुरुआत के बाद से प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने 32.61 लाख करोड़ रुपये के 52 करोड़ से ज्यादा लोन स्वीकृत किए हैं. इससे देश भर में उद्यमिता की क्रांति को बढ़ावा मिला है. व्यापार वृद्धि अब सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं रह गई है. यह छोटे शहरों और गांवों तक फैल रही है. आईए जानते हैं मुद्रा योजना के तहत लोन की ब्याज दरें क्या हैं? और इसे कितने समय में वापस करना होता है?
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लोन की ब्याज दरें बैंकों और वित्तीय संस्थानों में अलग-अलग होती हैं. यहां कुछ बैंकों की ब्याज दरें दी गई हैं:
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI): 9.75% से शुरू
- आंध्रा बैंक: 10.50% से शुरू
- बैंक ऑफ बड़ौदा: 9.65% से शुरू
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र: 8.55% से शुरू
मुद्रा लोन की भुगतान अवधि-
- मुद्रा लोन की भुगतान अवधि लोन देने वाले बैंक/वित्तीय संस्थान की पॉलिसी और विशिष्ट लोन कैटेगरी के आधार पर अलग-अलग होती है. उदाहरण के लिए, यदि आप 5 लाख रुपये तक का लोन लेते हैं, तो आपकी भुगतान अवधि 5 साल तक हो सकती है, जबकि 5 लाख रूपये से 10 लाख रूपये तक के लोन के लिए यह 7 साल तक हो सकती है.
- 5 लाख रूपये तक के ऋण: अधिकतम 5 वर्षों की अवधि, जिसमें 6 महीने तक की मोरेटोरियम (लोन स्थगन) अवधि शामिल हो सकती है.
- 5 लाख से ₹10 लाख तक के ऋण: अधिकतम 7 वर्षों की अवधि, जिसमें 12 महीने तक की मोरेटोरियम (लोन स्थगन) अवधि शामिल हो सकती है. (यह जानकारी भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है.)
- इसके अलावा कुछ बैंक जैसे बैंक ऑफ बड़ौदा मुद्रा लोन के लिए लोन की भुगतान अवधि अधिकतम 84 महीनों (7 वर्षों) तक की प्रदान करते हैं, जो लोन की प्रकृति और बैंक की नीति पर निर्भर करता है.
मुद्रा योजना के तहत लोन की अन्य विशेषताएं भी हैं:
- लोन राशि: अधिकतम 20 लाख रुपये
- गारंटी/सुरक्षा: आवश्यक नहीं
- भुगतान अवधि: 5-7 साल तक
- प्रोसेसिंग फीस: शून्य
मुद्रा योजना के तहत चार प्रकार के लोन हैं:
- शिशु लोन: 50,000 रुपये तक का लोन (स्टार्ट-अप और नए व्यवसायों के लिए)
- किशोर लोन: 50,000 से 5,00,000 रुपये तक का लोन (मौजूदा उद्यमों के लिए)
- तरुण लोन: 5,00,000 से 10,00,000 रुपये तक का लोन (स्थापित व्यवसायों और उद्यमों के लिए)
- तरुण प्लस: 10 लाख रुपये से 20 लाख रुपये तक का लोन (तरुण श्रेणी का लोन चुका देने वालों को मिलता है)
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