पहलगाम। कश्मीर घाटी के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल) को आतंकवादियों ने एक प्रमुख पर्यटक स्थल पर हमला किया, जिसमें 26 लोगों के मारे जाने की आशंका है और कम से कम 20 लोग घायल हो गए हैं। हमले के बाद सेना, सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस बैसरन घास के मैदानों में पहुंच गई। हमलावरों की तलाश में बड़े पैमाने पर आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया गया है और सुरक्षा बलों को सभी दिशाओं में तैनात किया गया है। पहलगाम अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा कि 12 घायल पर्यटकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उन सभी की हालत स्थिर है।
यह घटना दोपहर करीब 3 बजे हुई, जब आतंकवादी बैसरन घाटी में पहाड़ से नीचे उतरे और उन पर्यटकों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जो इस जगह पर अक्सर आते हैं। इस जगह को अक्सर अपने लंबे हरे-भरे घास के मैदानों के कारण मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाता है। यह आतंकी हमला ऐसे समय में हुआ है, जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अपने परिवार के साथ देश की चार दिवसीय यात्रा पर हैं। हमले वाली जगह का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कई लोग खून से लथपथ और जमीन पर बेसुध पड़े हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि एक महिला पर्यटक अपने प्रियजनों की तलाश में रो रही है। यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब वर्षों से आतंकवाद से जूझ रहे कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। साथ ही अमरनाथ तीर्थयात्रा भी 3 जुलाई से शुरू होने वाली है।
आतंकवादी बैसरन के आसपास के घने देवदार के जंगल से निकले थे, जो 1980 के दशक में बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं के लिए एक प्रसिद्ध स्थान था। अधिकारियों ने बताया कि पहलगाम रिसॉर्ट आज दोपहर तक पर्यटकों से भरा हुआ था, जो हमले के तुरंत बाद सुनसान हो गया और पर्यटक अपनी सुरक्षा के डर से वहां से चले गए। प्रमुख पर्यटन स्थल बैसरन उन ट्रेकर्स के लिए एक कैंपसाइट भी है, जो तुलियन झील तक आगे बढ़ना चाहते हैं। पहलगाम से टट्टुओं के माध्यम से इस क्षेत्र तक पहुंचा जा सकता है और रास्ते में पहलगाम शहर और लिद्दर घाटी का मनोरम दृश्य देखा जा सकता है।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मृतकों की संख्या का अभी पता लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह हमला हाल के वर्षों में नागरिकों पर किए गए किसी भी हमले से कहीं बड़ा है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी हमले की निंदा करते हुए कहा कि मैं अविश्वसनीय रूप से स्तब्ध हूं। हमारे आगंतुकों पर यह हमला एक घृणित कार्य है। इस हमले के अपराधी जानवर, अमानवीय और घृणा के पात्र हैं। निंदा के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी सहयोगी और मंत्री सकीना इटू से बात की है और वह घायलों के लिए व्यवस्थाओं की देखरेख करने के लिए अस्पताल पहुंच गई हैं। उन्होंने कहा कि मैं तुरंत श्रीनगर वापस आ जाऊंगा।
एलजी मनोज सिन्हा ने लोगों को आश्वासन दिया कि इस घृणित हमले के पीछे जो लोग हैं, उन्हें सजा जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा कि डीजीपी और सुरक्षा अधिकारियों से बात की है। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें इलाके में पहुंच गई हैं और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों को पहलगाम में भर्ती लोगों को तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का निर्देश दिया है। एलजी ने कहा कि एक घायल पर्यटक को जीएमसी अनंतनाग ले जाया गया है। मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
हिन्दुस्थान समाचार
कमेंट