जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत, पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक तरीके से एक्शन ले रहा है. जिससे पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. भारत ने सिंधु जल समझौता स्थगित करके पाकिस्तान का हुक्का पानी बंद कर दिया है. जल संकट की कल्पना मात्र से पाकिस्तान पसीना-पसीना है.
पाकिस्तान ने अपनी मुल्क की आवाम को खुश करने के लिए उसने कुछ जवाबी कदम उठाए हैं. पाकिस्तानी सरकार, रविवार को दिनभर चीन समेत कई देशों से गुहार लगाती रही. चीन को इस समय उसका सबसे बड़ा हमदर्द माना जाता है.
कई देशों के सामने रोया पाकिस्तान
डॉन अखबार की वेबसाइट पर आज सवेरे अपडेट की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने पहलगाम हमले को लेकर कई देशों के साथ बातचीत की. चीन, ब्रिटेन और ईरान के नेताओं के साथ अलग-अलग बातचीत में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, उप प्रधानमंत्री और विदेशमंत्री इशाक डार ने नई दिल्ली के उठाए गए एकतरफा कदमों की ओर ध्यान आकर्षित किया. शहबाज और डार ने इस दौरान सिंधु जल संधि का मुद्दा प्रमुखता से उठाया.
ब्रिटेन और चीन से दखल देने की लगाई गुहार
डार ने ब्रिटेन और चीन के अपने समकक्षों से बात कर दखल देने की गुहार लगाई. चीन के विदेश मंत्री और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य वांग यी ने डार से कहा कि बीजिंग, पाकिस्तान और भारत के बीच पनप रहे हालात पर बारीकी से नजर रख रहा है. बीजिंग, पाकिस्तान की चिंता को समझता है. वह पाकिस्तान के साथ है.
ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी ने मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान के माध्यम से स्थिति को कम करने के महत्व पर जोर दिया. इससे पहले शहबाज शरीफ ने शनिवार को ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से दखल देने की गुहार लगाई थी. शहबाज ने सिंधु जल संधि का मुद्दा प्रमुखता से उठाया. शहबाज शरीफ ने रविवार को जति उमरा में अपने बड़े भाई पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ से मुलाकात कर पहलगाम हमले और उसके बाद की स्थिति के बारे में जानकारी दी.
हिन्दुस्थान समाचार
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