फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने गुरुवार को जारी अपनी रिपोर्ट में मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ भारत की कोशिशों की सराहा है. भारत ने मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग से निपटने के लिए जो उपाय किए उनको FATF की ओर से जारी रिपोर्ट में काफी प्रभावी माना गया है. हालांकि FATF ने ये भी कहा कि ऐसे केसेस में प्रॉसीक्यूशन को मजबूत करने के लिए बड़े सुधार भी जरूरी हैं.
फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने भारत की तारीफ करते हुए का कि भारत आंतकी खतरों का सामना कर रहा है, लेकिन इसके बाद भी टेरर फंडिंग रोकने का काम किया है. हालांकि इस अंतर्राष्ट्रीय संस्था ने भारत को आने वाली चुनौतियों से भी आगाह किया है. FATF ने अपनी 368 पन्नों की रिपोर्ट में कहा है कि भारत कई तरह के आतंकी खतरों का सामना करना पड़ रहा है. इसमें उसे सबसे ज्यादा खतरा कश्मीर और उसके आस पास के इलाकों में है. जहां ISIS या अलकायदा से जुड़े ग्रुप एक्टिव हैं. हालांकि भारत ने इसके रोकथाम पर जोर दिया है.
वहीं, FATF ने कहा है कि भारत को मामले की जांच जल्द से जल्द पूरी करने और दोषी ठहराने और उचित रूप से प्रतिबंध लगाने पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है. FATF ने यह भी कहा कि गैर-लाभकारी क्षेत्र को आतंकवादी दुरुपयोग से बचाने के लिए सुधार की आवश्यकता है. बता दें कि फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स का गठन 1989 में किया गया था. इसका हेडक्वार्टर पेरिस में है. ये अंतरराष्ट्रीय संस्था अंतरराष्ट्रीय वित्तीय अपराध को रोकने की कोशिश करता है, जो कि आतंकवाद को बढ़ाने के लिए किए जाते हैं.
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