केंद्र की मोदी सरकार ने दिल्ली-एनसीआर में कनेक्टिविटी बूस्ट करने करने के लिए कई कदम उठाए हैं. मेट्रो, रैपिड रेल के माध्यम से एनसीआर के शहरों की दूरी काफी कम हुई है. अब दिल्ली से मेरठ जाना बेहद आसान हो गया है. इसी कड़ी में नमो भारत रैपिड ट्रेन मिल का पत्थर साबित हुई है. पीएम मोदी ने आज नमो भारत के कॉरिडोर के नए फेज का उद्घाटन कर दिया है. पीएम मोदी ने 13 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर को न्यू अशोक नगर आरआरटीएस रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर राष्ट्र को समर्पित कर दिया है. पीएम मोदी ने इससे पहले साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर के बीच नमो भारत ट्रेन में यात्रा की. प्रधानमंत्री ने स्वयं टिकट खिड़की पर जाकर टिकट खरीदा और स्कूली बच्चों के साथ नमो भारत ट्रेन में सवारी की. इस दौरान उन्होंने बच्चों से नमो भारत ट्रेन को लेकर बातचीत की.नमो भारत ट्रेन में यात्रा के दौरान स्कूली बच्चों ने प्रधानमंत्री माेदी को उपहार दिए. इस दाैरान प्रधानमंत्री ने बच्चों को दुलार भी किया. उपहार भारत में विकास की कहानी बयां करने वाले थे.
#WATCH | Sahibabad, UP: Prime Minister Narendra Modi met school children as he took a ride in Namo Bharat Train from Sahibabad RRTS Station to New Ashok Nagar RRTS Station.
(Source: DD News) pic.twitter.com/diwkb0bRRh
— ANI (@ANI) January 5, 2025
बता दें रैपिड रेल पहली बार राजधानी दिल्ली में प्रवेश कर रही है. 42 किलोमीटर तक साहिबाबाद से मेरठ साउथ तक के रूट पर पहले से ही नमो भारत ट्रेन दौड़ रही है. अब 13 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर के खुलने से दिल्ली से मेरठ तक महज 40 मिनट में लोग सफर कर सकेंगे. इससे यात्रा का समय एक तिहाई कम हो जाएगा. शाम 5 बजे से यात्रियों के लिए नमो भारत का ये कॉरिडोर खोल दिया जाएगा. न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक समान्य कोच के लिए 150 रूपये और प्रीमियम कोच के लिए 225 रूपये किराया चुकाना होगा.
इस 13 किलोमीटर के सेक्शन में से 6 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत है जिसमें कॉरिडोर का एक प्रमुख स्टेशन आनंद विहार शामिल है. यह पहली बार है जब नमो भारत ट्रेनें भूमिगत सेक्शन में दौड़ेंगी. इस सेक्शन में दूसरा स्टेशन न्यू अशोक नगर एक एलिवेटेड स्टेशन है. दोनों स्टेशन दिल्ली में स्थित हैं. मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन नमो भारत परियोजना का मूल सिद्धांत रहा है. पीएम गति शक्ति-नेशनल मास्टर प्लान के अनुरूप इसका उद्देश्य यात्रियों के लिए यात्रा को सहज और सुविधाजनक बनाना है, जिससे सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जा सके.
नमो भारत स्टेशनों को इस तरह से डिज़ाइन और निर्मित किया गया है कि उन्हें जहां भी संभव हो, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और मेट्रो स्टेशन जैसे मौजूदा सार्वजनिक परिवहन के साधनों से सहजता से एकीकृत किया जा सके. इसे संभव बनाने के लिए एनसीआरटीसी को निर्माण के दौरान कई तकनीकी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें जटिल इंजीनियरिंग बाधाएं भी शामिल थीं, लेकिन यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए एनसीआरटीसी ने उन्हें सफलतापूर्वक पार किया.
आनंद विहार भूमिगत स्टेशन नमो भारत कॉरिडोर के सबसे बड़े स्टेशनों में से एक है. यात्री यहां से मेरठ साउथ की यात्रा महज 35 मिनट में तय कर सकेंगे. इस स्टेशन को इस प्रकार डिज़ाइन किया गया है कि यह सार्वजनिक परिवहन के मौजूदा 6 माध्यमों के बीच मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन की सुविधा प्रदान करेगा. इसमें स्वामी विवेकानंद (आनंद विहार) और कौशांबी स्थित आईएसबीटी मेट्रो के दो कॉरिडोर (पिंक और ब्लू लाइन), आनंद विहार रेलवे स्टेशन और सिटी बस स्टैंड शामिल हैं.
न्यू अशोक नगर दिल्ली सेक्शन पर परिचालित होने वाला पहला एलिवेटेड नमो भारत स्टेशन है. यहां पर दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर, न्यू अशोक नगर मेट्रो स्टेशन को 20 मीटर की ऊंचाई पर क्रॉस करता है. इतनी ऊंचाई पर पहले से स्थित एवं परिचालित मेट्रो स्टेशन के ऊपर से बिना सेवा बाधित किए निर्माण करना इंजीनियरिंग की दृष्टि से एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. इस स्टेशन को 90 मीटर लंबे एफओबी के माध्यम से दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन के साथ जोड़ा गया है. यात्री स्टेशन से बाहर सड़क पर निकले बिना ही निर्बाध रूप से मेट्रो के न्यू अशोक नगर स्टेशन पहुंच सकेंगे.
इस कॉरिडोर पर अन्य स्टेशनों का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. न्यू अशोक नगर से सराय काले खां और मेरठ साउथ से मोदीपुरम तक निर्माण कार्य किया जा रहा है. पूरा कॉरिडोर चालू होने पर 82 किलोमीटर तक के रूट पर नमो भारत ट्रेन दौड़ने लगेगी. जब यह पूरा कॉरिडोर चालू हो जाएगा, तो एक अनुमान के अनुसार, सड़कों पर से एक लाख निजी वाहन हट जाएंगे और कार्बन उत्सर्जन में सालाना 2.5 लाख टन की कमी भी आएगी. जो पर्यावरण को बचाने में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा.
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