नई दिल्ली: कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार शाम को राजधानी दिल्ली के सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र में अपनी पहली चुनावी जनसभा की. इसमें उन्होंने ऐलान किया कि दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनने पर यहां जातीय जनगणना कराई जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर जब कांग्रेस की सरकार बनेगी तो पूरे देश में जातीय जनगणना कराएंगे और संसद से पारित भी कराएंगे. उन्होंने कहा कि यह क्रांति कांग्रेस करके दिखाएगी और पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों को उनकी उचित भागीदारी देगी.
“जय बापू, जय भीम, जय संविधान” टैग लाइन से आयोजित इस चुनावी रैली में राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी को सीधा निशाने पर रखा. उन्होंने कहा कि इस समय देश में विचार धारा की लड़ाई चल रही है. उन्होंने मंच से संविधान की पुस्तक दिखाते हुए कहा कि संविधान में साफ लिखा है कि हिन्दुस्तान हर हिंदुस्तानी का है, चाहे उसकी कोई जाति या धर्म हो. अगर वो हिन्दुस्तानी है तो इस देश में उसकी रक्षा होनी चाहिए. कन्याकुमारी से कश्मीर तक 4000 किमी हमने इस संविधान को बचाने के लिए पदयात्रा की थी. उन्होंने आरोप लगाया कि आम्बेडकर के संविधान पर रोज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा और उनके सहयोगी आक्रमण करते हैं. उन्होंने कहा कि मेरी और कांग्रेस की राजनीति में स्पष्टता है कि देश के सभी लोग समान हैं. देश में नफरत और हिंसा को मोहब्बत हराएगी. अगर किसी भी हिन्दुस्तानी पर आक्रमण होगा (चाहे वह किसी भी धर्म, जाति का हो) तो राहुल गांधी वहां उसकी रक्षा करता मिलेगा.
राहुल गांधी ने कहा कि मेरी यही सोच है कि हर धर्म और जाति का व्यक्ति बड़ा से बड़ा सपना देख सके. मैं नहीं चाहता कि अडाणी और अम्बानी जैसे पूंजीपति देश को खरीद लें. एयरपोर्ट, सड़कें, और खदानें यानि सारे बिजनेस उनके हो जाएं और गरीब भूखे मरें. मुझे ऐसा हिन्दुस्तान नहीं चाहिए.इस देश में गरीब की भागीदारी नहीं है. गरीब और गरीब तथा अमीर और अमीर हो रहा है.
उन्होंने कहा कि मोदी और अरविंद केजरीवाल कभी अम्बानी और अडाणी के खिलाफ नहीं बोलते हैं. मैं साफ बोलता हूं कि हमें अरबपतियों का देश नहीं चाहिए. जातीय जनगणना पर उन्होंने कहा कि देश में कम से कम 50 प्रतिशत पिछड़ा, 15 प्रतिशत दलित, 15 प्रतिशत अल्पसंख्यक और 8 प्रतिशत आदिवासी हैं. देश को 90 आईएएस अफसर चलाते हैं. इनमें तीन अफसर पिछड़ा वर्ग से हैं. तीन अफसर दलित हैं.
उन्होंने कहा कि जब मैं जातीय जनगणना की बात करता हूं तो मोदी और केजरीवाल चुप्पी साध लेते हैं. दोनों चाहते हैं कि देश में पिछड़े, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यकों को भागीदारी न मिले. मैंने पार्लियामेंट में मोदी के सामने कहा, “आप करो न करो मैं नहीं जानता, कांग्रेस के सत्ता में आते ही आरक्षण बढ़ाएंगे और जातीय जनगणना संसद से पारित करेंगे. मैं वो दिन देखना चाहता हूं जब देश में सचमुच में इन वर्गों को भागीदारी मिले. सच्चाई यह है कि लम्बे-लम्बे भाषण मोदी और केजरीवाल करेंगे लेकिन भागीदारी कांग्रेस देगी. मनरेगा, किसान कर्ज माफी,आरक्षण, छात्रवृत्ति और संविधान बचाने का काम सिर्फ कांग्रेस ने किया है.”
कांग्रेस नेता ने कहा कि शीला दीक्षित की सरकार के समय केजरीवाल ने झूठे वादे किए कि दिल्ली के पर्यावरण और यमुना को स्वच्छ बना दूंगा. भ्रष्टाचार को मिटा दूंगा. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि भ्रष्टाचार मिट गया क्या? राहुल गांधी ने कहा कि मोदी और केजरीवाल झुठे वादे करने में एक जैसे हैं. उन्होंने कहा कि हम भाजपा की विचारधारा के खिलाफ लड़ेंगे. हमने 4000 किमी यात्रा की. हमने कहा कि हम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलेंगे. हमने देश का माहौल बदलकर नए तरीके की राजनीति लाए हैं. एक तरफ हिंसा और नफरत और दूसरी तरफ मोहब्बत की दुकान.
उन्होंने शीला दीक्षित की याद दिलाते हुए कहा कि उस दौर में दिल्ली का जो तेज गति से विकास हुआ, वह सबके सामने है. उन्होंने सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के साथ ही दिल्ली की सभी सीटों पर कांग्रेस को जिताने का आह्वान किया. रैली को कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, दिल्ली के पार्टी प्रभारी काजी निजामुद्दीन, नई दिल्ली से पार्टी उम्मीदवार संदीप दीक्षित, पूर्व मंत्री हारून युसूफ, उदित राज, अनिल चौधरी आदि ने भी सम्बोधित किया.
हिन्दुस्थान समाचार
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