नई दिल्ली: झारखंड सरकार द्वारा रमजान के दौरान मुस्लिम कर्मचारियों को दी गई विशेष छुट्टियों को लेकर राजनीति तेज होती जा रही है. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इस फैसले पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि अब झारखंड को इस्लामिक राज्य घोषित कर देना चाहिए.
निशिकांत ने हेमंत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि झारखंड आज एक ऐसे ज्वालामुखी पर बैठा है, जिसे ठीक नहीं किया गया तो राज्य की पूरी डेमोग्राफी बदल जाएगी. झारखंड में एनआरसी लागू किया जाना चाहिए. जिस तरह से अमेरिका से अवैध रूप से गए लोगों को बाहर निकाला जा रहा है उसी तरह से झारखंड से भी बांगलादेशी लोगों को बाहर निकाला जाना चाहिए.
सांसद निशिकांत दुबे ने सोमवार को मीडियाकर्मियों से कहा कि झारखंड सरकार खुद मानती है कि 648 विद्यालय में छुट्टी रविवार के बदले शुक्रवार को होता है, 2007 में यह आदेश भी कांग्रेस के समय में ही लागू हुआ था. ज़बरदस्ती उर्दू में स्कूलों के नाम लिखे हैं वहां रविवार के बदले शुक्रवार छुट्टी होती है उसकी संख्या हज़ारों में है. रमजान के लिए छुट्टी है तो बाबा बैद्यनाथ जी के देवघर में भी दो महीने की कांवड़ यात्रा होती है उसके लिए छुट्टी क्यों नहीं?
निशिकांत दुबे ने कहा कि झारखंड में पूरी जनसांख्यिकी बदल गई है. 2011 की जनगणना के अनुसार, 45 प्रतिशत आदिवासी आबादी घटकर 28 प्रतिशत हो गई है, अब यह और घटकर 23-24 प्रतिशत रह गई है. झारखंड का निर्माण ही आदिवासी आबादी के लिए हुआ था. झारखंड का गठन आदिवासियों की भलाई के लिए किया गया था. उन्हें बचाने और बांग्लादेशी को बाहर निकालने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे.
उल्लेखनीय है कि झारखंड सरकार ने रमजान के दौरान प्रत्येक दिन मुस्लिम कर्मचारियों को अपना कार्यालय शाम 04 बजे से छोड़ने की अनुमति प्रदान की है. इसके साथ रमजान माह के दौरान प्रत्येक शुक्रवार को नमाज के लिए दिन के 12 से 2 बजे तक कार्यालय छोड़ने की विशेष अनुमति प्रदान की गई है.
हिन्दुस्थान समाचार
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